अकेले-अकेले छोड़ दिया, नाता अमीर से जोड़ लिया। अकेले-अकेले छोड़ दिया, नाता अमीर से जोड़ लिया।
पर्यावरण को हो हितकर, वह आचरण बनाना है। पर्यावरण को हो हितकर, वह आचरण बनाना है।
जो अबला मन की पीरों से जनी हुई हैं, भ्रष्टाचार के तीरों के लोहे से बनी हुई हैं। जो अबला मन की पीरों से जनी हुई हैं, भ्रष्टाचार के तीरों के लोहे से बनी हुई है...
हम(मनुष्यों) का जीवन विभिन्न प्रकार की चुनौतियों और संघर्षों से भरी हुई हैं ।हमें हर कदम पर इनका साम... हम(मनुष्यों) का जीवन विभिन्न प्रकार की चुनौतियों और संघर्षों से भरी हुई हैं ।हमे...
देखते देखते एक वक्त के बाद हमारी उम्र ढलने लगती है , हमारा शरीर कमजोर होने लगता है देखते देखते एक वक्त के बाद हमारी उम्र ढलने लगती है , हमारा शरीर कमजोर होन...
क्या उम्र भी - इसी तरह ढलती है ? उसका भी यही हश्र होता है ? क्या उम्र भी - इसी तरह ढलती है ? उसका भी यही हश्र होता है ?